Monday, 22 October 2018






अभी तो प्याला हाथ ही आया है यो यह हाल है
अभी तो ठीक पिया भी नहीं तो रंग चढ़ने लगा है 
तो कैसे सोच सकता हूँ कि अंत में क्या हाल होगा 
बहार हाल लगता है अच्छा ही होगा 
अच्छा क्या, लाजवाब होगा. 

अभी तो तस्वीर आपकी उतरी ही नहीं दिल में
 ठीक तरह, मैल भी नहीं निकला है दिलसे मेरे 
बस आपके वचनों को दिल में उतार कर अमल करूँ 
यह तो जब होगा जब दिल मेरा साफ़ होगा। 

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