गुरुवर मेरे , मैं गुरु का ,
मेरी औकात कुछ भी नहीं .
जो मेरे गुरु की औकात ,
वह मेरी औकात , कैसे कहूँ ?
बस वह मेरे हैं , मेरे लिए
इतना ही काफी है !
The Guru is mine , I am my Guru's
I am nothing before Him .
What my Guru's worth is ,
Is my worth , how can I say ?
Enough , He is mine
For me that is enough !