Sunday, 8 October 2023



                 





                                 rahta hoon tere galiyon mein, ik nazar ke sadke baitha hoon

kabhi toh mehaerbaan honge tum, kabhi toh haath thamoge.

                girebaan hain mera maila, nazar bhi meri dhundhali hai

bahut dekha zamane ko, bahut khoya bahut paaya

        bigdi bante dekhi meri, phir samaj paaya

ki kuch bhi ho jaaye ab, yeh dar kahan chhod jaana hai.


Friday, 10 February 2023




तेरे कूचे में रहने को घर जो मिला 
यह कर्म था तेरा मुझपर
अब इस सुकूने शान को छोड़कर चला जाऊँ 
वह  फरेब मुझ में नहीं 
न ही तेरे कर्म को नाकारा कर दूँ 
यह जिल्लत मैं न उठाऊँगा. 
सच कहूं जो खुशी  मुझे यहाँ  मिलती  है 
वह दुनिया के सारे  ग़मों  से बढ़कर है !

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जैसे कबीर ने शायद कभी कहा होगा _
वह जहाँ भी रहें खुश रहें , आबाद रहें 
अपना तो क्या है _ आपके क़दमों में रहें 
तो आबाद क्या, बरबाद रहें,
सब एक ही है!


गुरु चरणों में नत मस्तक प्रणाम !


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Thursday, 24 November 2022

 


Let my mind be cleared of the black clouds 

that gather in droves, so that I can see again

the sun shine and in that your presence.


Let my mind then dwell on that and my

heart overflow with bliss and my eyes with

salted tears.


 

Friday, 11 January 2019






कभी भी ऊपर से निचे जाना पड़े तो ठीक है 
और कभी ऊपर से ऊपर को जाना पड़ा तो भी ठीक है 
और फिर भूले से नीचे जाना पड़ा 
तो मैं कभी भुले से भी कभी भूल जाऊं आप को 
आप तो नहीं भूलना _
अपनी याद मैं जरूर रखना 
और अपनी याद भी जरूर दिलाना 
क्योंकि एक ही आधार है इस जहाँमें मेरे लिए 
आप ही हो!

Monday, 22 October 2018






अभी तो प्याला हाथ ही आया है यो यह हाल है
अभी तो ठीक पिया भी नहीं तो रंग चढ़ने लगा है 
तो कैसे सोच सकता हूँ कि अंत में क्या हाल होगा 
बहार हाल लगता है अच्छा ही होगा 
अच्छा क्या, लाजवाब होगा. 

अभी तो तस्वीर आपकी उतरी ही नहीं दिल में
 ठीक तरह, मैल भी नहीं निकला है दिलसे मेरे 
बस आपके वचनों को दिल में उतार कर अमल करूँ 
यह तो जब होगा जब दिल मेरा साफ़ होगा। 

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Wednesday, 25 July 2018



"जबसे पाया है तुमको ग़ुरुवर 
दिल मेरा तो बसमे नहीं है" 
झोलियाँ भरी हुई हैं सबकी 
मेरी झोली भी तो खाली कम नहीं है!

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