तेरे कूचे में रहने को घर जो मिला
यह कर्म था तेरा मुझपर
यह कर्म था तेरा मुझपर
अब इस सुकूने शान को छोड़कर चला जाऊँ
वह फरेब मुझ में नहीं
न ही तेरे कर्म को नाकारा कर दूँ
यह जिल्लत मैं न उठाऊँगा.
सच कहूं जो खुशी मुझे यहाँ मिलती है
वह दुनिया के सारे ग़मों से बढ़कर है !
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